Beti Padhao Beti Bachao: बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना से संबंधित सभी जरूरी जानकारियां इस आर्टिकल में दी गई है। इस आर्टिकल में हम यह जानकारी प्राप्त करेंगे कि बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ योजना के क्या-क्या लाभ और विशेषताएं हैं। इस आर्टिकल में हम यह भी जानेंगे कि इस योजना के लिए कैसे आवेदन किया जा सकता है।
दोस्तों वैसे तो हमारा देश धीरे-धीरे विकसित होता जा रहा है लेकिन शुरुआत से ही हमारे देश मेमहिलाओं को पुरुषों के बराबर अधिकार नहीं दिया जाता है। यह सबसे ज्यादा भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में देखा जाता है कि वहां लोग बेटियों की तुलना में बेटों को ज्यादा महत्व देते हैं। हमारे देश में आज ही ऐसी मानसिकता है कि लड़कियां परिवार के लिए बोझ होती है। इसी कारण लोग लड़कियों से ज्यादा लड़कों को महत्व देते हैं।
भारत के कुछ क्षेत्र ऐसे भी हैं जहां पर ऐसा भी देखने को मिलता है कि अगर किसी परिवार में लड़की का जन्म होता है तो उसी समय उसकी हत्या कर दी जाती है। कभी-कभी ऐसा भी देखने को मिलता है कि उनके परिवार लड़कियों की कम उम्र में ही विवाह कर देते हैं। लड़कियों को ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च शिक्षा प्राप्त करने का मौका भी नहीं मिल पाता है।
बेटियों के अधिकार और उनके हक के लिए सरकार द्वारा समय-समय पर कई प्रकार की योजनाओं की शुरुआत की जाती है ताकि लोग जागरूक हो। एक ऐसी ही योजना हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई है जिसका नाम बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना है। यह योजना भारत में बेटियों के लिए शुरू की गई है। इस आर्टिकल में हम Beti Padhao Beti Bachao से संबंधित जानकारियों के बारे में वर्णन करेंगे। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि इस योजना को शुरू करने का उद्देश्य क्या है और इस योजना का लाभ लेने के लिए हमें क्या करना चाहिए।
Beti Padhao Beti Bachao
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना सरकार द्वारा शुरू की गई एक ऐसी योजना है जिसमें सरकार द्वारा भारत में बेटियों को लाभ प्रदान किया जाता है। इस योजना की शुरुआत 22 जनवरी 2015 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई थी। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा ऑपरेट किया जाता है। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हमारे देश में लिंगानुपात धीरे-धीरे कम होता जा रहा है। वर्तमान में प्रति 1000 लड़कों पर लड़कियों की संख्या मात्र 968 है।
इस योजना के अंतर्गत परिवार को अपनी बेटी का अकाउंट खुलवाना होता है जिसमें बेटियों की उम्र 14 साल तक बेटी के परिवार को एक निर्धारित राशि जमा करनी होती है। बेटियों के माता-पिताअपनी बेटी के जन्म से लेकर 10 वर्ष की आयु तक अकाउंट खुलवा सकते हैं। इस योजना से ना सिर्फ उनकी बेटी को लाभ मिलता है बल्कि उनके माता-पिता को भी इस योजना से बहुत लाभ मिलता है। अगर कोई परिवार अपनी बेटी के 18 साल की आयु पूरी होने से पहले ही धनराशि निकालना चाहते हैं तो वह पूरी धनराशि का केवल 50 परसेंट धनराशि निकाल सकते हैं बाकी धनराशि 18 वर्ष पूरी होने के बाद निकाली जा सकती है।
इस योजना से बेटियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में बहुत मदद मिलती है क्योंकि उनके पास शिक्षा पूरी करने के लिए धनराशि मौजूद होती है एवं उनके परिवार को अपनी बेटी की शादी करने में भी कोई समस्या नहीं आती है। जब बेटी की उम्र 21 वर्ष पूरी हो जाती है तब वह इस राशि का इस्तेमाल अपनी पढ़ाई के लिए कर सकती है। अगर कोई परिवार अपनी बेटी के लिए इस योजना से लाभ प्राप्त करना चाहता है तो उन्हें सबसे पहले आवेदन करना होता है जिसके बारे में इस आर्टिकल में आगे जानकारी दी गई है।
योजना का लाभ पाने के लिए पात्रता
भारत के मध्यवर्गीय लोग इस योजना का लाभ पाना चाहते हैं तो उन्हें कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। योजना शुरू करने के बाद सरकार द्वारा कुछ नियम जारी किए गए हैं। अगर आपके पास होता है तो आप बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का लाभ ले सकते हैं।
- इस योजना का लाभ पाने के लिए आपका भारत का स्थाई निवासी होना जरूरी है। सरकार द्वारा इस योजना को भारत के स्थाई निवासी की बेटियों के लिए शुरू किया गया है।
- अगर आप किसी अन्य देश के निवासी हैं लेकिन भारत में रह रहे हैं तो आप इस योजना का लाभ नहीं ले सकते हैं क्योंकि रिजर्व बैंक के नियमों के अनुसार इस योजना में किसी भी विदेशी नागरिक को शामिल नहीं किया जा सकता है।
- यह योजना उन बच्चियों के लिए शुरू किया गया है जिनकी उम्र 1 साल से लेकर 10 साल के बीच हो। अगर कोई बेटी 10 साल की उम्र से ज्यादा है तो उन्हें इस योजना का लाभ नहीं दिया जाता है। इसके अलावा इस योजना का लाभ लेने वाले परिवार अगर गरीबी रेखा से नीचे आते हैं तभी उनकी बेटियों को यह लाभ दिया जाता है।
- अगर आप इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो आपके पास सबसे पहले सुकन्या समृद्धि खाता होना चाहिए। अगर आपके पास सुकन्या समृद्धि खाता उपलब्ध नहीं है तो पहले खुल वाले क्योंकि बिना अकाउंट के आपको इस योजना का लाभ नहीं मिल सकता है।
योजना में आवेदन करने के लिए आवश्यक दस्तावेज
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का लाभ लेने के लिए आपके पास निम्न दस्तावेज होना जरूरी है जिन की सूची नीचे दी गई है।
प्रमाण पत्र
अगर आपके परिवार में बेटी की उम्र 1 साल से लेकर 10 साल तक है और आप इस योजना का लाभ पाना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको यह ध्यान देना होगा कि आपकी बेटी का जन्म प्रमाण पत्र बना होना चाहिए क्योंकि बेटी की उम्र साबित करने के लिए जन्म प्रमाण पत्र अनिवार्य है।
आवास प्रमाण पत्र
इस योजना की शुरुआत केवल भारतीय नागरिकों के लिए ही की गई है इसीलिए अगर आप ही योजना कल आप आना चाहते हैं तो आपका आवास प्रमाण पत्र बना होना चाहिए।
परिवार का पहचान पत्र
आजकल कई लोग इस योजना में धोखाधड़ी भी कर रहे हैं इसीलिए सरकार द्वारा बेटियों के परिवार का पहचान पत्र अनिवार्य कर दिया गया है।
योजना के लाभ एवं विशेषताएं
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की शुरुआत होने से लाखों परिवारों को फायदा हुआ है। आइए हम जानते हैं कि इस योजना के क्या-क्या लाभ और विशेषताएं हैं।
लिंगानुपात में सुधार
कुछ सालों पहले भारत में लिंगानुपात दर बहुत कम था इसका कारण था कि लोग बेटियों को पैदा नहीं करना चाहते थे। लेकिन इस योजना के शुरू होने के बाद लाखों लोगों की मानसिकता पर बहुत प्रभाव पड़ा है और भारत के कुछ जगहों पर लिंगानुपात में बढ़ोतरी देखने को मिली है।
बेटियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में मदद
भारत में ज्यादातर लोग अपने बेटों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने को प्रोत्साहित करते हैं जबकि बेटियों को कम उम्र में ही शिक्षा देना बंद कर देते हैं। इसका कारण यह है कि ज्यादातर लोग मध्यम वर्गीय हैं और धन की कमी होने के कारण अपनी बेटियों को उच्च शिक्षा प्राप्त नहीं करने देते हैं। लेकिन इस योजना के द्वारा बेटियों के पास एक अच्छी धनराशि उपलब्ध होती है जिससे वह उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकती है। इससे उनके माता-पिता पर भी ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ता है।
अच्छी ब्याज दर
इस योजना के तहत जो मैं खाता खोला जाता है उसमें अन्य बचत खाते की तुलना में ज्यादा ब्याज दर दी जाती है।
मुफ्त शिक्षा
जो बच्चियां इस योजना से जुड़ी हुई है उन्हें सरकारी स्कूलों में किसी प्रकार की कोई भी फीस नहीं देनी होती है। इसके अलावा अगर वह प्राइवेट संस्थानों में पढ़ती है तो वहां उन्हें इस योजना के तहत विशेष डिस्काउंट दिया जाता है जिससे वह कम फीस में ही प्राइवेट स्कूलों में भी पड़ सकती है।
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योजना में आवेदन का तरीका
अगर आपके घर में 1 वर्ष से लेकर 10 वर्ष की बेटी है तो आपको इस योजना का लाभ लेना चाहिए। अगर आप बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का लाभ पाना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करना होता है जिसके बारे में यहां पर जानकारी दी गई है।
- इस योजना में आवेदन करने के लिए आपको सबसे पहले भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ऑफिशल वेबसाइट पर विजिट करना होगा।
- वेबसाइट पर विजिट करने के बाद आपके सामने होम पेज खुल जाएगा जहां पर आपके सामने वूमेन एंपावरमेंट स्कीम का विकल्प लिखेगा जहां पर आप को क्लिक करना है।
- क्लिक करते ही आपके सामने एक और नया पेज खुल जाएगा जिसमें इस योजना से संबंधित सभी जानकारियां विस्तारपूर्वक दी गई है।
- यहां पर आपको ऑनलाइन आवेदन करने से संबंधित जानकारियां दी रहेगी या ऑफलाइन फॉर्म भी उपलब्ध रहेगा जिसके द्वारा आप आवेदन कर सकते हैं।
योजना के बारे में विस्तृत जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर
अगर आप इस योजना के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी पाना चाहते हैं तो विभाग द्वारा ऑफिसर टोल फ्री नंबर और ईमेल एड्रेस दी गई है जहां पर आप क्लिक करके इस योजना से जुड़ी कोई भी प्रश्न पूछ सकते हैं और विस्तृत जानकारी पा सकते हैं।
Conclusion
इस लेख में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना से संबंधित सभी जानकारियां विस्तारपूर्वक दी गई है। जब जब इस योजना के बारे में कोई भी अपडेट आती है तो इस आर्टिकल में अपडेट किया जाता है। अगर आप इस योजना से जुड़ी कोई और जानकारी पाना चाहते हैं या हमें कोई राय देना चाहते हैं तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में लिख सकते हैं।
FAQ
Q.- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की शुरुआत कब हुई है?
ans. – इस योजना की शुरुआत 22 जनवरी 2015 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया है।
Q. – बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का लाभ विदेशी नागरिकों को दिया जाता है या नहीं?
ans. – इस योजना का लाभ केवल भारतीय नागरिकों को ही दिया जाता है। अगर कोई व्यक्ति भारत के अलावा अन्य देश का नागरिक है और भारत में रह रहा है तो उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिलता है।
Q. – बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के लाभ क्या है?
ans. – इस योजना के शुरू होने से लिंगानुपात में काफी सुधार देखने को मिला है एवं बेटियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में काफी मदद मिली है। कुछ समय पहले लोग बेटियों की शादी कम उम्र में ही कर देते थे लेकिन अब वह बेटियां उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही है और आत्मनिर्भर भी हो रही है।